भावनाओ से जुडी होती है रिश्तो की दुनिया,
मन को लुभाती है जीवन की स्मरतियाँ,
महशुस होने लगे जब आपको जिदंगी की सच्चाईयाँ,
तब बस रह जाते है आप ओर आपकी तन्हाईयाँ !!!
Sunday, October 14, 2007
Life .... Dr. Basir Badra
अनजान पैड़ो की छाव मे मोहब्बत है बहोत
जरा घर से निकल कर देखो, ये दुनिया खुब्सुरत है बहोत!!
जरा घर से निकल कर देखो, ये दुनिया खुब्सुरत है बहोत!!
नजर !!
नजर बचा कर नजरो से देखता हूँ
तुम बुरा न मानो इसलिए बडे ढर से देखता हूँ
जब भी देखता हूँ तुम नई सी लगती हो
इसलिए तुम्हे हर रोज फिर से देखता हूँ
आज तुम्हारे चेहरे की किताब से पढा है
तुम सोचती हो मैं तुम्हे बुरी नजर से देखता हूँ!!
तुम बुरा न मानो इसलिए बडे ढर से देखता हूँ
जब भी देखता हूँ तुम नई सी लगती हो
इसलिए तुम्हे हर रोज फिर से देखता हूँ
आज तुम्हारे चेहरे की किताब से पढा है
तुम सोचती हो मैं तुम्हे बुरी नजर से देखता हूँ!!
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