Sunday, October 14, 2007

नजर !! ‍‍‍

नजर बचा कर नजरो से देखता हूँ
तुम बुरा न मानो इसलिए बडे ढर से देखता हूँ
जब भी देखता हूँ तुम नई सी लगती हो
इसलिए तुम्हे हर रोज फिर से देखता हूँ
आज तुम्हारे चेहरे की किताब से पढा है
तुम सोचती हो मैं तुम्हे बुरी नजर से देखता हूँ!!

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